हम कौन हैं
पूछा गया
तो जवाब
नहीं आया
सब मौन।
ब्लॉगर
मीडियाकर्मी
प्रिंट से या
इंटरनेट से।
जाल में हैं
हम नेट के।
नेट खुद
जाल ही है
हम नेट के
जाल में हैं।
हम मौन नहीं
मनन में हैं
चिंतन में हैं
विमर्श में हैं
परामर्श में हैं
निष्कर्ष में होते
हुए उत्कर्ष में हैं।
सबके मन में हम
हम सबके मन हैं
ब्लॉगर नहीं हैं
मानाशाह हैं हम
तानाशाह यानी
तन की ताकत
और मानाशाह ...